सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

प्यारा मीत Pyara Meet

प्यारा मीत



दिल की धड़कनों में बस तू ही है,
तेरे बिना ये जीवन अधूरा सा है।
तू है तो सब कुछ है मेरे पास,
तेरे बिना इस दिल को लगे आस।

तेरी हर सांस में बसी है मेरी दुनिया,
तेरे बिना दिल है जैसे कोई सूना।
तू हो तो खुशियों की है बहार,
तेरे बिना हर लम्हा लगे बेकार।

तेरे बिना ये दिल कुछ समझ नहीं पाता,
तेरी यादों में हर वक्त ये खो जाता।
तू हो तो धड़कनों को मिलता है सुकून,
तेरे बिना ये दिल है बिल्कुल मसरूफ।

तेरे प्यार में है वो जादू भरा,
जो बदल देता है हर दर्द को सुनहरा।
तू हो तो दुनिया है हसीन,
तेरे बिना ये दिल है बिल्कुल गमगीन।

अब हर धड़कन में बस तेरा नाम है,
तू ही मेरी हर खुशी का पैगाम है।
तेरे बिना ये जीवन है एक अधूरा सा गीत,
तू ही है मेरे दिल का सबसे प्यारा मीत।


This poem beautifully conveys how the beloved's presence fills the heart with joy and completeness, while their absence leaves life feeling empty and unfulfilled. 

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

कुछ कमीने दोस्त Kuch Kamine Dost

 कुछ कमीने दोस्त कभी हंसते हैं, कभी रुलाते हैं,  कुछ क़ामिन दोस्त हमें यूं ही सताते हैं।  हंसी में छुपा एक राज़ है, जो  हर मस्ती में अपनी बात बताते हैं।  जब भी मुश्किलें आईं, साथ खड़े रहे,  फिर भी कभी-कभी दिल से हमें तंग करते रहे।  उनकी दोस्ती का ये अनोखा अंदाज़ है,  कभी प्यार से, कभी मजाक में हमें नचाते हैं।  कभी पास आते, कभी दूर हो जाते,  पर ये दोस्ती में कभी कमी नहीं लाते।  कुछ क़ामिन दोस्त हैं, पर दिल के करीब हैं,  उनके साथ बिताए लम्हे, हमेशा खास रहते हैं। -: नितिन कुमार :-

देश की मिट्टी (Desh ki Mitti) - Soil of the Nation

देश की मिट्टी (Desh ki Mitti) - Soil of the Nation पहला छंद: देश की मिट्टी, चंदन सी पावन, माथे पे लगाऊँ, बन जाऊँ मैं धावन। इसकी रक्षा में, जीवन अर्पण कर दूँ, भारत माँ की सेवा में, हर पल समर्पित रहूँ। दूसरा छंद: इस मिट्टी में जन्मे, वीर सपूत अनेक, जिनकी गाथा गाता, हर एक जन सेवक। भगत सिंह, गाँधी, नेहरू की यह धरती, त्याग और बलिदान की, अमर कहानी गढ़ती। तीसरा छंद: इस मिट्टी में खिले, रंग-बिरंगे फूल, भाईचारा, एकता का, अनुपम है मूल। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सब यहाँ, मिलजुल कर रहते, जैसे एक परिवार महान। चौथा छंद: देश की मिट्टी, मेरी माँ का आँचल, इसकी रक्षा में, मैं हूँ अटल। हर कण में बसा, देशप्रेम का भाव, भारत माँ की जय, यही मेरा है ठाव।

चांदनी रात Chandni Raat

 चांदनी रात चांदनी रात में तेरा ख्याल आता है, दिल को जैसे कोई सुकून दिलाता है। तेरे बिना ये चाँद भी अधूरा लगे, तू ही है मेरी रात का वो चाँद। तेरे चेहरे की रोशनी में झिलमिलाते हैं तारे, तेरे बिना ये आकाश भी लगे सूनसान सारे। तेरे ख्यालों में खोकर मैं हर दर्द भूल जाता, तेरी यादों की चादर ओढ़कर सुकून पाता। जब चाँद निकलता है, तेरा नाम लेता है, तेरी हंसी की गूंज हर काजल से लिपटता है। तू है तो रातें हैं खुशनुमा, तेरे बिना ये आसमान भी लगता है सुना। तेरे बिना चाँद की चाँदनी फीकी है, तेरे प्यार की खुशबू से हर रात महकी है। तू ही है मेरे दिल का हर राज़, तेरे साथ बिताए लम्हे हैं सबसे खास। अब हर चांदनी रात में तेरा एहसास है, तेरे बिना ये जीवन एक अधूरा इतिहास है। तू ही है मेरी रात का वो चाँद, तेरे साथ में ही हर ख्वाब है बुनता। This poem beautifully expresses how the presence of a loved one transforms the beauty of a moonlit night into something profound and meaningful, highlighting their importance in every moment.