कुछ कमीने दोस्त
कभी हंसते हैं, कभी रुलाते हैं,
कुछ क़ामिन दोस्त हमें यूं ही सताते हैं।
हंसी में छुपा एक राज़ है, जो
हर मस्ती में अपनी बात बताते हैं।
जब भी मुश्किलें आईं, साथ खड़े रहे,
फिर भी कभी-कभी दिल से हमें तंग करते रहे।
उनकी दोस्ती का ये अनोखा अंदाज़ है,
कभी प्यार से, कभी मजाक में हमें नचाते हैं।
कभी पास आते, कभी दूर हो जाते,
पर ये दोस्ती में कभी कमी नहीं लाते।
कुछ क़ामिन दोस्त हैं, पर दिल के करीब हैं,
उनके साथ बिताए लम्हे, हमेशा खास रहते हैं।
-: नितिन कुमार :-
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