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तेरे नाम का सफर Tere Naam Ka Safar

 तेरे नाम का सफर



तेरे नाम का सफर है ये प्यार,
तेरे बिना हर पल है बेकार।
तू ही है मेरे जीवन का साथ,
तेरे बिना सब लगता है रात।

तेरे बिना ये राहें लगती हैं सूनी,
तेरे साथ चलूँ तो हर मुश्किल भी है रहीं।
तू हो तो हर लम्हा है खुशियों का नज़ारा,
तेरे बिना सब कुछ है बस एक खाली सहारा।

तेरे नाम का जादू है मेरे दिल में बसा,
तेरे बिना ये जीवन है जैसे कोई अधूरा किस्सा।
तू ही है मेरी हर खुशी का रंग,
तेरे बिना ये दिल है जैसे बेजान संग।

तेरे प्यार की रोशनी से जगमगाता है ये जहाँ,
तेरे बिना सब कुछ है जैसे एक सूनसान गहना।
तू हो तो हर सपना लगता है हकीकत,
तेरे बिना ये जीवन है बिल्कुल बेजान और उकत।

अब तेरे बिना हर सफर है बेताब,
तेरे नाम का है ये दिल में बसी हर किताब।
तू ही है मेरे दिल का सबसे प्यारा गीत,
तेरे बिना ये सफर लगे एक निराशा का सलीक।


This poem captures the essence of love as a journey, emphasizing how the beloved's presence makes every moment meaningful, while their absence leaves life feeling dark and unfulfilled.

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