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बेवजूद Bewzood

 बेवजूद तेरी आँखों में जो जादू है, दिल मेरा बस तुझसे रू-ब-रू है। तेरी हर एक नज़र में है प्यार का एहसास, तेरे बिना दुनिया लगे बहुत उदास। तेरी आँखों की गहराइयों में खो जाता हूँ, हर बार खुद को मैं तुझमें पाता हूँ। तेरे बिना हर खुशी लगती अधूरी, तू ही है मेरे दिल की सबसे बड़ी ज़रूरी। तेरी नज़रों में छुपा है वो हसीन जहाँ, जहाँ मेरा हर सपना बनता है मेहरबाँ। तेरी हर नज़र में है एक सच्चाई, जो बदल देती है मेरी पूरी दुनिया की छाँई। तेरे बिना ये दिल है बिल्कुल वीरान, तेरी हर झलक में छुपा है मेरा जहाँ। तू हो तो दुनिया लगे एक खुशनुमा ख्वाब, तेरे बिना हर लम्हा लगे जैसे कोई सुलगता सवाल। अब तेरी आँखों में ही ढूंढता हूँ सुकून, तेरे बिना ये दिल है एकदम मसरूफ। तू ही है वो जादू, वो दिल का सुकून, तेरे बिना ये दुनिया है बिल्कुल बेवजूद। This poem emphasizes the enchanting power of the beloved’s eyes and how their love brings meaning to life, while their absence creates an overwhelming sense of emptiness.