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प्यार का ये सफर Pyar Ka Ye Safar

प्यार का ये सफर  प्यार का ये सफर तेरे साथ है सुहाना, तेरे बिना ये रास्ता है वीराना। तू ही है मेरी मंजिल, तू ही है मेरा जहाँ, तेरे बिना सब लगता है बेजान। तेरे संग हर दिन है एक नई शुरुआत, तेरे बिना जैसे रुक गई हो हर बात। तू हो तो ज़िन्दगी लगे एक हसीन ख्वाब, तेरे बिना ये दिल है जैसे कोई बिखरा राज़। तेरी मौजूदगी से मिलती है रौशनी हर ओर, तेरे बिना ये दिल है बस एक खाली कोर। तू हो तो दुनिया लगती है रंगीन, तेरे बिना हर खुशी है जैसे कहीं दूर बीन। तेरे बिना रास्ते लगते हैं अजनबी, तू साथ हो तो हर सफर लगे हसीन कभी। तू ही है मेरे दिल की सबसे बड़ी आस, तेरे बिना हर मंजिल लगे बिल्कुल पास। अब हर सफर में बस तेरा साथ चाहिए, तेरे बिना कोई और नहीं चाहिए। तू ही है मेरी ज़िन्दगी का पूरा सार, तेरे बिना सब लगे जैसे कोई बेकार। This poem expresses the beauty of love when shared with a beloved, portraying how every journey becomes delightful in their presence, while their absence leaves life feeling empty and lifeless.