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मेरे जीवन की पहचान Mere Jeevan Ki Pehchaan

मेरे जीवन की पहचान  तेरी मुस्कान में है सारा जहाँ, तू ही है मेरी रौशनी का आसमां। तेरे बिना ये दिल है बेजान, तू ही है मेरे जीवन की पहचान। तेरी हंसी से खिलते हैं फूल, तेरे बिना ये मन है जैसे एक निःसंग धूल। तू हो तो हर दिन है खुशियों का त्योहार, तेरे बिना सब कुछ लगता है बेकार। तेरे साथ बिताए लम्हे हैं अनमोल, तू ही है मेरी खुशियों का सबसे बड़ा तोहफ़ा, सबसे बड़ा गोल। तेरे बिना हर पल है जैसे एक अधूरा गीत, तेरे बिना ये दुनिया लगती है एक भटकता मीत। तेरी आँखों में है वो जादू भरा, जो दिल को सुकून और खुशी से भरता है सारा। तू हो तो मेरे अरमान हैं पूरे, तेरे बिना ये दिल है बस बेकरार, बेखुद। अब तुझमें है मेरी हर एक आस, तेरे बिना ये दिल है बिल्कुल उदास। तू ही है मेरी मुस्कान की वजह, तेरे बिना ये जीवन है जैसे एक अधूरा मंजर। This poem beautifully expresses the transformative power of the beloved's smile, highlighting how their presence brings joy, meaning, and identity to life, while their absence leaves everything feeling incomplete and dreary.